अनुत्तम का अर्थ // Anuttam 's Meaning
अनुत्तम का अर्थ:
अनुत्तम शब्द मूल रूप से संस्कृत भाषा का अर्थ है। अत: इसका अर्थ भी संस्कृत के अनुसार ही लेना उचित होगा।
संस्कृत भाषा में अनुत्तम शब्द को संज्ञा और विशेषण दोनों तरह से प्रयोग किया जाता है।
संज्ञा के रूप में अनुत्तम का अर्थ:
अनुत्तम= विष्णु , शिव , ईश्वर,
विशेषण के रूप में अनुत्तम का अर्थ:
1. विशेष
2.सर्वश्रेष्ठ
3.एक और केवल एक हो जो
4. जिसके समान कोई दूसरा न हो
5. सबसे अच्छाइयाँ
6. अनुपम
7. बेजोड़
8.उत्कृष्ट
9अद्भुद
10 बेजोड़
11. अनुपमेय
संधि विच्छेद:
अन् +उत्तम = सर्वश्रेष्ठ संस्कृत भाषा में अन् का अर्थ समान या श्रेष्ठ भी होता है।
अनुत्तम का विलोम शब्द:
अधम,कुटिल, धूर्त, दुष्ट, नीच, दुर्जन आदि होता है। अर्थात सबसे ख़राब व्यक्ति या वस्तु।
अनुत्तम शब्द का प्रयोग का उदाहरण :
अनुत्तम शब्द(विशेषण) का प्रयोग गीता के अध्याय ७ श्लोक २४ में किया गया है जो इस प्रकार है--अव्यक्तं व्यक्तिमापन्नं मन्यन्ते मामबुद्धयः।
परं भावमजानन्तो ममाव्ययमनुत्तमम्।।
पदच्छेद एवं पदार्थ—
अव्यक्तम्=अप्रकट,व्यक्तिम्=प्रकट,स्वरूप को,आपन्नम्=प्राप्त हुए,मन्यन्ते=मानते हैं,सोंचते हैं,माम्=मुझको, अबुद्धयः= अल्पबुद्धि वाले,अल्पज्ञानी,परम्=परम,भावम्=सत्ता,अजानन्तः=नहीं जानते हुए, बिना जाने,मम=मेरा,अव्ययम्=अनश्वर,अनुत्तमम्=सर्वश्रेष्ठ।
भावार्थ--
बुद्धिहीन मनुष्य सोंचते हैं/ मानते हैं कि मैं (पहले) अव्यक्त था,निराकार था और अब (इस) स्वरूप को धारण किया है।वे मेरे अनश्वर, अनुत्तम (सर्वश्रेष्ठ) एवं परम स्वरूप को नहीं जानते हुए हैं।
नोट:-
हिंदी और संस्कृत दोनों अलग-अलग और पूर्ण भाषाएँ हैं। हालांकि हिंदी के कई शब्द संस्कृत से ही आए हैं और हिंदी का मुख्य श्रोत संस्कृत ही है। किंतु हिंदी कालांतर में अपना अलग विकास कर चुकी है। संस्कृत के कई शब्द ऐसे हैं जो हिंदी में अलग अर्थ देते हैं। व्याकरण की दृष्टि से भी ऐसे शब्द हैं जिनका अर्थ संस्कृत और हिंदी में भिन्न -भिन्न होता है। इसी तरह हिंदी के उपसर्गों के अनुसार अन् का अर्थ ’नही ’ में होता है। अनुत्तम का अर्थ "जो उत्तम नहीं अर्थात निकृष्ट " समझते हैं । किंतु यह गलत है क्योंकि यह संस्कृत मूल का शब्द है, अतः इसे संस्कृत में उसी रूप में समझना चाहिए ।
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